THE पारद शिवलिंग का अभिषेक DIARIES

The पारद शिवलिंग का अभिषेक Diaries

The पारद शिवलिंग का अभिषेक Diaries

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कई औषधियां मिलाकर तरल पारे का बंधन करने के बाद बनता है पारद शिवलिंग

आमतौर पर हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की साकार रूप की पूजा होती है, जिनके हाथ, पैर, चेहरा आदि होता है, लेकिन एकमात्र शिव ऐसे देव हैं जो साकार और निराकार दोनों रूपों में पूजे जाते हैं.

- मधुयुक्त जल से अभिषेक करने पर धनवृद्धि होती है।

शिव पुराण में कहा गया है कि जो लोग पारद शिवलिंग अपने घर में रखते हैं, उनके घर में देवी लक्ष्मी, भगवान शिव और भगवान कुबेर स्थायी रूप से निवास करते हैं। पारद शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है क्योंकि पारद शिवलिंग की पूजा का प्रभाव किसी अन्य शिवलिंग की पूजा से एक हजार करोड़ गुना अधिक होता है। ऐसी भी मान्यता है कि इनकी पूजा करने से ब्लड प्रेशर, अस्थमा जैसी बीमारियों में भी राहत मिलती है।

- इत्र मिले जल से अभिषेक करने से रोग नष्ट होते हैं।

असे झाले कि एका प्लेट मध्ये सफेद कापड ठेऊन त्यावर शिवलिंगाची स्थापना करावी. 

ग्रह दोष निवारण: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पारद शिवलिंग की पूजा से ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।

पारदेश्वर पदे साक्षात् पूर्ण सौभाग्यनुते ।।   (महर्षि याज्ञवल्क्य) 

उपरोक्त कार्य सोमवार, त्रयोदशी, शिवरात्रि या श्रावण के मास में नित्य करेंगे, तो लाभ मिलेगा।

इसके बाद आपको शिवलिंग पर चावल अर्पण करें और मिठाई का भोग भी लगाना चाहिए।

देशभर में जो ज्योर्तिलिंग है वे सभी स्वंभू है परंतु पत्थर के शिवलिंग के अलावा शिवलिंग कई प्रकार और पदार्थ या धातु से बनाए जाते हैं।

सबसे पहले शिवलिंग को एक सफेद कपड़े के आसन पर रखना चाहिए।

पारद एक तरल धातु है और जहरीला होता है। इसकी देखभाल थोड़ी जटिल होती है। more info पारद शिवलिंग को हमेशा बंद स्थान में ही रखना चाहिए। इसे छूते समय सावधानी बरतनी चाहिए और बच्चों की पहुँच से दूर रखना आवश्यक है। यदि आप इन सावधानियों का पालन नहीं कर सकते हैं, तो आप स्फटिक शिवलिंग को चुन सकते हैं, जो देखभाल में आसान होता है।

If you'll find Yoga like untimely death, auto incident with your horoscope, then worshiping the Parade Shivling day-to-day, this defect is eradicated.

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